टाइटैनिक जहाज एक समय में दुनिया का सबसे बड़ा जहाज माना जाता था |
टाइटैनिक जहाज के डूबने की वजह थी वह हिम पर्वत से टकरा गया था |
जहाज का निचला हिस्सा टूट गया जिसे उसमे पानी अधिक तेजी से भरने लगा था |
टाइटैनिक का जहाज जब हिम पर्वत से टकराया तब वो जहाज साउथम्टन से नूयार्क की और जाने के लिए रवाना हुआ था |
जहाज के डूबता ही इसमें ३०० लोगो की लाशें मिल पाई जबकि मरने वालो की सख्या बहुत अघिक थी |
जहाज में ४ चिमिनिया थी जिसमे से एक सिर्फ जहाज का संतुलन बनाये रखाने के लिए थी |
आपको जान कर हैरानी होगी की जहाज जब डूबा था तो वो २ टुकड़ो में बट जाया था|
क्या आप जानते है जहाज में कई नए शादी सुध लोग अपना हनीमून मानाने गए थे |
टाइटैनिक जहाज की गति ४०km\घंटा थी | टाइटैनिक जहाज ३१ मई १९११ को लॉन्च हुआ था |
जहाज में उच्चतम class के लोगो लिए बहुत v.i.p सेवाएं उपलब्ध थी |
जहां जहाज में करीब ८०० लोग सफर कर रहे थे उनमे से २३ महिलाये थी
जहाज में Atlantic daliy bulletin नमक खुद का अख़बार चलता था |
जहाज में लोग अधिक होने के कारण इसमें रोज 1500 गैलन पानी इस्तेमाल होता था |
शायद आप नहीं जानते इसमें बहुत सी चीजों अलावा इसमें 8000 सिगार भी इस्तेमाल होते थे |
वर्फ की चट्टान से जब जहाज डूबा थो उन दोनों के बीच 30 sceका फासला था |
टाइटैनिक जहाज को टकराने के बाद डूबने में २ घंटे ४० मिंट लगा था |
जब जहाज डूबा तो 2 कुत्ते और 700 बचाया जा सका था |
टाइटैनिक जहाज की लबांई 291 मीटर थी वह उस समय का सबसे बड़ा जहाज था |
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